भारतीय रसोई में तेल का इस्तेमाल हर घर में रोजाना होता है, लेकिन पिछले कुछ सालों में तेल की कीमतों ने आम आदमी की जेब पर भारी असर डाला है। अब सरकार ने बड़ी राहत देते हुए खाद्य तेलों पर लगने वाला GST पूरी तरह हटा दिया है। इससे देशभर में तेल के दामों में बड़ी गिरावट आएगी और लाखों परिवारों को आर्थिक राहत मिलेगी।
सरकार ने क्यों लिया यह फैसला
पिछले कुछ वर्षों से महंगाई लगातार बढ़ रही थी, खासकर खाद्य वस्तुओं की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी ने मध्यम और निम्न वर्ग के परिवारों के बजट को बिगाड़ दिया था। जनता की शिकायतों के बाद सरकार ने GST काउंसिल की विशेष बैठक बुलाई, जिसमें आम लोगों को राहत देने के लिए कई फैसले लिए गए। इसी बैठक में रोजमर्रा की जरूरत वाली वस्तुओं, खासकर खाद्य तेलों पर से GST हटाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया ताकि लोगों को सीधी राहत मिल सके।
खाद्य तेलों पर पहले कितना GST लगता था
अब तक रिफाइंड तेलों पर 12% से 14% और कुछ अन्य तेलों पर 8% तक GST लगाया जाता था। इससे तेल की कीमतें ₹160 से ₹180 प्रति लीटर तक पहुंच गई थीं। सरकार के नए आदेश के बाद अब किसी भी प्रकार के खाद्य तेल पर GST नहीं लगेगा। इसका मतलब है कि उपभोक्ता अब केवल तेल की मूल कीमत ही चुकाएंगे, कोई अतिरिक्त टैक्स नहीं देना होगा।
तेलों की नई कीमतें कितनी होंगी
GST हटने के बाद रिफाइंड और अन्य तेलों की कीमतों में ₹40 से ₹60 प्रति लीटर की कमी आएगी। जो तेल पहले ₹180 में बिकता था, अब ₹120 या उससे कम में मिलेगा। सरसों, सूरजमुखी, मूंगफली और सोया तेल सभी की कीमतों में गिरावट देखी जाएगी। बड़े पैक जैसे 5 लीटर या 15 लीटर के कंटेनरों में खरीदने पर और भी ज्यादा बचत होगी।
सरसों के तेल में भी बड़ा फायदा
सरसों का तेल उत्तर भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है। पहले इसका भाव ₹200 प्रति लीटर तक पहुंच गया था, लेकिन अब इसमें ₹70 से ₹80 तक की गिरावट आएगी। यानी उपभोक्ता अब ₹120 से ₹130 प्रति लीटर में सरसों का शुद्ध तेल खरीद पाएंगे। इससे ग्रामीण परिवारों को सबसे ज्यादा राहत मिलेगी क्योंकि वहां सरसों के तेल का उपयोग अधिक होता है।
अन्य खाद्य वस्तुओं पर भी राहत
सरकार ने केवल तेल पर ही नहीं बल्कि दाल, आटा, चावल, मसाले और दूध उत्पादों जैसी रोजमर्रा की वस्तुओं पर भी GST में कमी की है। इससे आम आदमी की थाली सस्ती होगी और जीवन-यापन आसान बनेगा। उपभोक्ता मंत्रालय ने यह भी निर्देश दिए हैं कि व्यापारी नई कीमतों को तुरंत लागू करें ताकि ग्राहकों को लाभ मिल सके।
बाजार में नई कीमतें कब से दिखेंगी
सरकार का फैसला तुरंत लागू हो गया है, लेकिन दुकानों में पुराने स्टॉक के कारण शुरुआती दिनों में कीमतों में थोड़ा समय लग सकता है। जैसे ही नए स्टॉक बाजार में आएंगे, उपभोक्ताओं को कम दाम पर तेल मिलने लगेगा। अगले दो से तीन हफ्तों में पूरे देश में नई दरें लागू हो जाएंगी।
उपभोक्ता शिकायत कहां करें
अगर कोई दुकानदार पुराने दामों पर तेल बेचता है, तो आप राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन 1915 पर शिकायत कर सकते हैं या वेबसाइट consumerhelpline.gov.in पर रिपोर्ट कर सकते हैं। सरकार ने चेतावनी दी है कि नियम न मानने वाले व्यापारियों पर जुर्माना या कार्रवाई की जाएगी।
परिवार के बजट में आएगी बड़ी राहत
तेल की कीमतों में आई इस गिरावट से परिवारों को हर महीने ₹300 से ₹400 की बचत होगी। सालाना यह बचत ₹4000 तक पहुंच सकती है। इससे परिवार बच्चों की पढ़ाई, घर के खर्च या अन्य जरूरतों पर आसानी से खर्च कर सकेंगे। यह कदम न सिर्फ जनता के लिए राहत भरा है बल्कि देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी सकारात्मक साबित होगा।